Maiya Samman Yojana 2025

How to apply Maiya Samman Yojana OFFLINE AND ONLINE

Hemant sagar

9/15/20251 min read

2500 rupay | maiya Samman Yojana submit form hurry | Jharkhand women welfare scheme
2500 rupay | maiya Samman Yojana submit form hurry | Jharkhand women welfare scheme

Maiya Samman Yojana

मइया सम्मान योजना, झारखंड की महिलाओं की आर्थिक मजबूती के लिए।

झारखंड राज्य की महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई मैया सम्मान योजना जिसकी राशि ₹1000 दी जाती थी जो पढ़कर₹2500 कर दी गई है आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में लाडली बहन योजना की तर्ज पर शुरू की गई है योजना₹2500 प्रति माह पर पहुंच गई है यह राशि महिलाओं के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। महिला आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की योजनाएं राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही हैं महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिलता है जब उनकी यह राशि सीधे बैंक खाते में आती है तब वह खुशी से झूम उठती हैं। राज्य की करीब 50 लाख महिलाओं को इसका सीधा लाभ मिल रहा है यह राज्य की आबादी का एक बड़ा हिस्सा है और महिलाएं इस राशि से स्वावलंबी बन रही हैं कुछ महिलाएं अपने छोटे-छोटे व्यवसाय कर आगे बढ़ रही है उनके लिए यह राशि जीवन में नया तरंग लेकर आई है। झारखंड राज्य हमेशा गरीबों से जुजुता रहा और जहां की महिलाओं पर इस गरीबी की दोहरी मार पड़ी इस वजह से यहां महिलाओं की साक्षरता दर अन्य राज्य की साक्षरता दर से काफी कम है ग्रामीण क्षेत्र की 40% से अधिक महिलाएं पुरुषों के ऊपर निर्भर हैं।

प्राकृतिक आपदा और महामारी से लड़ने के लिए यह राशि मील का पत्थर साबित हो रही है।

पात्रता, कौन ले सकता है लाभ ?

  1. आयु सीमा, महिला की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को अन्य योजनाओं जैसे पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा।

  2. निवास, आवेदिका झारखंड की स्थायी निवासी होनी चाहिए। राज्य के बाहर रहने वाली महिलाएं पात्र नहीं हैं।

  3. आर्थिक स्थिति, परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। सरकारी नौकरी या अन्य केंद्रीय/राज्य योजनाओं जैसे उज्ज्वला, पीएम आवास से लाभ लेने वाली महिलाओं को यह राशि नहीं दी जाएगी अर्थात वह अप्लाई नहीं करें।

  4. महिला अविवाहित, विधवा, तलाकशुदा या विवाहित हो सकती है, लेकिन पति की आयु 50 वर्ष से अधिक न हो। बैंक खाता आधार से लिंक होना अनिवार्य है। यदि कोई आवेदन अस्वीकृत होता है, तो अपील का प्रावधान भी है।

आवेदन प्रक्रिया,सरल और डिजिटल रखी गई है। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है, जिससे ग्रामीण महिलाओं को भी सुविधा मिलती है। इस वेबसाइट mmmsy.jharkhand.gov.in पर जाकर महिला अपना फॉर्म भर सकती हैं और एक प्रिंटआउट अपने पास रखें और जब भी आपके क्षेत्र पंचायत में कैंप लगता है। तब उसे प्रिंटआउट को जरूर दिखाएं। यदि आपको यह सम्मान राशि प्राप्त नहीं हो रही है तब। अधिकारी आपकी समस्या का समाधान जरूर करेंगे।

  1. सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा इसके लिए आपके पास एक मोबाइल और आधार कार्ड होना अनिवार्य है मोबाइल में आपका नाम से उठाई हुई सिम होना अनिवार्य है अन्यथा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

  2. फॉर्म भरना, व्यक्तिगत विवरण नाम, पता, आयु, परिवार की आय, बैंक खाता नंबर और आईएफएससी कोड भरें। आधार सीडिंग अनिवार्य है।

  3. दस्तावेज अपलोड, आवश्यक दस्तावेज स्कैन कॉपी में अपलोड करें, जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, बैंक पासबुक और आय प्रमाण पत्र।

  4. फॉर्म सबमिट करने के बाद आवेदन आईडी मिलेगी। स्टेटस चेक करें, सत्यापन के बाद 15-30 दिनों में पहली किस्त महिला को उसके खाते में मिल जाती है।

अगर किसी प्रकार की समस्या आ रही है तो पंचायत स्तर पर कैंप लगाए जाते हैं। वहां पर अपनी समस्या अधिकारियों के समक्ष रखें। आपकी समस्या का समाधान झारखंड सरकार करेगी, कर्मचारियों को आपकी समस्या सुनते और उसका निराकरण करने की जिम्मेदारी दी गई है। तथा जिन महिलाओं को यह सम्मान राशि प्राप्त नहीं हो रही है। वह यह जानकारी लेती रहें की, कब उनके पंचायत में इस योजना के लिए कैंप लगाए जा रहे हैं। वहां पर अपना अपील कर सकती हैं। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है जैसे आप वेबसाइट से नोट कर सकते हैं।

फर्जीवाड़ा रोकने के लिए आधार कार्ड को बैंक अकाउंट से लिंक किया गया है किसी प्रकार का ट्रांजैक्शन फर्जी नाम पर नहीं होगा इसकी ऊपर पूरी तरह नजर रखी जा रही है अर्थात कोई भी महिला कूट रचित दस्तावेज से इस योजना का लाभ लेने का प्रयास न करें अन्यथा इसकी भरपाई महिला को स्वयं करनी होगी और कानूनी कार्रवाई अलग से की जाएगी

इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह मिल रहा है की महिलाएं अपने छोटे-छोटे व्यवसाय कर रही हैं जैसे सिलाई मशीन, टेलरिंग खिलौने बनाना ,झाड़ू बनाना, कपड़े सिलना, सजावट के सामान बनाना, दिया बत्ती बनाना. इसके लिए उन्हें स्व सहायता समूह से लोन लेने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आती. क्योंकि उनके पास 2500 रुपए की राशि राज्य सरकार भेज रही है। स्व सहायता समूह की किस्त जमा करने के लिए इस राशि का भी उपयोग महिलाएं कर रही हैं। महिलाओं के अंदर आत्मविश्वास जागृत हो रहा है कि, वह अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन उठा सकती हैं। पहले यह विश्वास नहीं था कि, व्यवसाय उठेगा या नहीं, इस वजह से महिलाएं यह कदम नहीं उठा पाती थी। लेकिन अब आत्मविश्वास से महिलाएं छोटे-छोटे व्यवसाय के लिए कदम बढ़ा रही है। क्योंकि उन्हें आशा है उम्मीद है कि, झारखंड सरकार को ₹2500 प्रतिमा दे रही है। इस राशि से महिलाओं के अंदर अलग से खुशी की लहर दौड़ रही है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार घरेलू हिंसा के मामले 30 परसेंट कम हुए हैं। वहीं महिलाओं की बचत भी बड़ी है। अब महिलाओं के पास हर वक्त पैसा रहता है। जिससे वह अपने बच्चों का लालन-पालन, स्कूल, स्कूल की ड्रेस, बच्चों की स्टेशनरी, बीमारी की हालत में मदद, कपड़े, त्योहार पर खुशियों आदि की समस्या का समाधान इस मैया सम्मान योजना ने कर दिया है।

जो महिलाएं अभी इस योजना से वंचित हैं। उनके लिए समय-समय पर लिंक खोली जाती है, ताकि वह आवेदन कर सकें,इस योजना का मोबाइल एप भी आ रहा है वहां भी महिलाएं आवेदन कर सकेंगी।