How can I mark my attendance in the Sarthak application
म.प्र में हाजिरी सिस्टम, सार्थक एप से लगेगी अटेंडेंस।


म.प्र में हाजिरी सिस्टम, सार्थक एप से लगेगी अटेंडेंस।
सार्थक ऐप मध्य प्रदेश सरकार का एक ऐसा टूल है जिसे सरकार ने, सरकारी कर्मचारियों, खासकर कॉलेज और अस्पतालों में काम करने वालों की हाजिरी, काम, छुट्टियां और दौरे ट्रैक करना। यह जीपीएस से चलता है ताकि पक्का हो कि आप अपने ऑफिस या कैंपस में ही हैं। हाजिरी के लिए जरूरी बातें
जीपीएस से उपस्थिति क्यों जरूरी। ताकि बीच में बंक न कर सकें। कार्यस्थल से सुबह "चेक-इन" और शाम को "चेक-आउट" करना होगा। जीपीएस चेक करेगा, सुनिश्चित करेगा। कि आप सही जगह पर हैं, ताकि कोई गलत हाजिरी न लगाए।
ऑफिस का पता
ऐप में आपको अपने कार्यस्थल, जैसे कॉलेज या अस्पताल, का पता डालना होगा। हाजिरी सिर्फ यहीं से लगेगी।
सेल्फी कॉलेजों में हाजिरी लगाने के लिए जीपीएस के साथ सेल्फी देनी पड़ेगी।
महीने की रिपोर्ट:
ऐप हर महीने आपकी हाजिरी की रिपोर्ट बनाएगा आपकी रिपोर्ट आपके अधिकारी देख सकेंगे। अगर आप ऐप से हाजिरी नहीं लगाते, तो आपका वेतन में कटौती की जाएगी। कॉलेज वालों के लिए नियम (उच्च शिक्षा विभाग)
मध्य प्रदेश के सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों दोनों में नियम लागू होगा। प्राचार्य और नोडल अधिकारी (जैसे भोपाल में बड़े अधिकारी)। प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, गेस्ट टीचर, लाइब्रेरियन, खेल अधिकारी। जनभागीदारी स्कॉलर और खास कॉलेजों (जैसे पीएम उत्कृष्टता कॉलेज) के बाकी कर्मचारी को लगानी होगी।
सिर्फ कॉलेज कैंपस से लगेगी, प्राचार्य सबसे पहले चेक-इन करते हैं, जिससे पूरे स्टाफ का स्थान तय हो जाता है। घर से, कैंपस से 100 मीटर दूर से, या कहीं और से (जैसे परीक्षा ड्यूटी पर) हाजिरी नहीं लगेगी, जब तक इजाजत न हो।
चेक-इन और चेक-आउटसुबह चेक-इन और शाम को चेक-आउट, करने के लिए आपको सार्थक एप पर जाना होगा। प्राचार्य आपकी हाजिरी पर नजर रखेंगे।उच्च शिक्षा विभाग की आईटी टीम महीने की रिपोर्ट बनाकर चेक करेगी, रिपोर्टें सौंपेगी। फरवरी 2025 तक सिर्फ 60% लोग नियम फॉलो कर रहे थे, इसलिए अब और सख्ती है। प्राचार्य ऐप के डेटा देखकर अचानक चेकिंग कर सकते हैं। अगस्त 2025 में नया नियम आया कि हाजिरी सिर्फ कार्यस्थल से ही होगी, ताकि कोई गैरहाजिर न रहे।
अस्पताल वालों के लिए नियम
जिला अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स, अधिकारी और बाकी कर्मचारियों को जनवरी 2023 से ऐप से हाजिरी लगानी है। अस्पताल के अंदर से ही जीपीएस चेक-इन और चेक-आउट करना होगा। नहीं किया तो वेतन रुक सकता है। अगर आप दौरे पर हैं, छुट्टी पर हैं, या बाहर काम कर रहे हैं, तो ऐप में यह दर्ज करना होगा। बार-बार नियम तोड़ने पर वेतन कट सकता है, नौकरी से निकाला जा सकता है (जैसे 2024 में विदिशा में एक टीचर को हुआ), या वेतन बढ़ोतरी रुक सकती है। गूगल प्ले या ऐप स्टोर से डाउनलोड करें। इसके लिए iOS 13.0+ या एंड्रॉइड फोन चाहिए।
गूगल प्ले या ऐप स्टोर से "सरथक" (MPSEDC का) डाउनलोड करें।
अपनी सरकारी आईडी से लॉगिन करें।
अपने ऑफिस या कैंपस का पता डालें और पक्का करें।
सुबह काम शुरू करने से पहले ऐप खोलें, जीपीएस ऑन करें, और चेक-इन करें (शायद सेल्फी भी लेनी पड़े)।
दिन खत्म होने पर चेक-आउट करें।
"मासिक हाजिरी" में अपनी रिपोर्ट देखें।